वक्फ बोर्ड संशोधन बिल राज्यसभा के पटल पर, विपक्ष और मुस्लिम सांसद हमलावर
शिखर प्रसंग समाचार
राज्यसभा में आज वक्फ बोर्ड (संशोधन) विधेयक को लेकर सत्ता पक्षा और विपक्ष में खूब कहासुनी हुईं। बिल पर विचार करने वाली संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट जब आज गुरुवार को भारी हंगामें और शोरशराबे के बीच राज्यसभा के पटल पर रखी गई तो राज्यसभ में विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। वक्फ बोर्ड समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल विधेयक से संबंधित रिपोर्ट और साक्ष्यों का रिकॉर्ड सदन के पटल पर रखा। जेपीसी समिति में मौजूद विपक्ष के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनकी सिफारिशों को रिपोर्ट से हटा दिया गया है। कि संसद में बजट सत्र के पहले चरण का आज आखिरी कामकाजी दिन है।
हंगामें पर बीजेपी के सांसद और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्षी सांसद तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। विपक्ष जेपीसी की रिपोर्ट पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं। वहीं केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि इस बिल में सारी चीजें हैं। कुछ भी डिलीट नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन को गुमराह न करे। रिपोर्ट नियमों के मुताबिक ही तैयार की गई है। विपक्ष के सारे आरोप झूठ हैं। जेपीसी के सदस्यों में से एक संजय सिंह ने कहा कि हमने अपना पक्ष रखा। हमारे पक्ष से आप सहमत-असहमत हो सकते हैं लेकिन उसको कूड़ेदान में कैसे डाल सकते हैं। आज आप वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा कर रहे हैं। कल आप गुरुद्वारा, चर्च और मंदिर की करेंगे। इसके अलावा, तिरुचि शिवा ने कहा कि जो सदस्य कमेटी में होते हैं, उनकी असहमति को लेकर डिसेंट नोट के साथ रिपोर्ट का नियम है। इसमें इसका पालन नहीं किया गया।जबकि जेपी का कहना था कि समिति के चेयरमैन के पास यह अधिकार होता है कि वह रिपोर्ट से कुछ भी हटा सकता है,लेकिन ऐसा किया नहीं गया,रिपोर्ट जस की तस पेश की है।
वक्फ बिल पर जेपीसी की रिपोर्ट पर राज्यसभा में पेश किए जाने पर टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि अगर आप देखें तो उन्होंने समिति की रिपोर्ट के ऊपर असहमति नोट को काली स्याही या सफेद कागज से सेंसर कर दिया है, जिसे आज पेश किया गया है। अगर हम इस देश को लोकतंत्र मानते हैं, तो हर किसी की राय दिखाई देनी चाहिए। आप हमारी राय कैसे छिपा सकते हैं? हमने आज राज्यसभा में इसका विरोध किया है।विधेयक पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह विधेयक सही नहीं है। यह फर्जी रिपोर्ट है। हम इसे नहीं मानेंगे। सांसदों की राय को दबाया गया है। खरगे ने कहा कि एक बार फिर इस रिपोर्ट को जेपीसी के पास भेजा जाए। जेपी नड्डा को ये कदम उठाना चाहिए। खरगे ने कहा कि हमारी असहमति नजरअंदाज की गई।
विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जाहिर करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्षी सांसदों का व्यवहार गैर जिम्मेदाराना है। वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार करने वाली संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट दोनों सदनों में पेश की गई। रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध करते हुए कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि यह विधेयक संविधान के खिलाफ है। विपक्षी सांसद विधेयक विरोध कर रहे हैं।वक्फ बिल की खिलाफत करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस सरकार को सावधान कर रहा हूं और चेतावनी दे रहा हूं- यदि आप वर्तमान स्वरूप में वक्फ विधेयक संसद में लाते हैं और इसे कानून बनाते हैं, तो इससे देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा होगी। इसे विधेयक को पूरे मुस्लिम समुदाय ने खारिज कर दिया है। विध्
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